Jyeshta Purnima Tree Puja : ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें इन 3 पेड़ों की पूजा, मिलेगा मनचाहा वरदान
Jyeshta Purnima Tree Puja : ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा विवाहित महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इस दिन पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत रखा जाता है. कहा जाता है कि सावित्री ने अपने पति के धर्म के चलते यमराज को अपना फैसला बदलने पर मजबूर कर दिया और अपने पति के प्राण वापस ले आए। यही कारण है कि वट सावित्री व्रत (वट सावित्री पूर्णिमा 2023) का संतान प्राप्ति और वैवाहिक जीवन की रक्षा के लिए विशेष महत्व है।
Jyeshta Purnima Tree Puja : ज्येष्ठ पूर्णिमा 3 जून 2023 को है। विवाहित महिलाएं इस दिन सोलह श्रृंगार कर पूजा करती हैं। शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा पर तीन विशेष वृक्षों की पूजा करने से अखंड सौभाग्य के साथ-साथ धन का भी वरदान मिलता है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ पूर्णिमा पर किन पेड़ों की पूजा की जाती है।
पीपल – शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन प्रात: काल में मां लक्ष्मी का आगमन पीपल के पेड़ पर होता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ पर दूध और जल चढ़ाने से महालक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं और साधक की धन प्राप्ति की मनोकामना पूरी करती हैं। पूर्णिमा की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से शनि और पितर देव की कृपा होती है आर्थिक संकट से मुक्ति भी मिलती है
बरगद – ज्येष्ठ पूर्णिमा पर विवाहित महिलाएं वट सावित्री व्रत रखती हैं, जिसमें बरगद के पेड़ की पूजा करने का विधान है। बरगद के पेड़ में त्रिदेवों का वास होता है। इस दिन कच्चा सूत बांधकर वट वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करने से ब्रह्मा, विष्णु और महादेव की कृपा प्राप्त होती है। विवाह होने का वरदान मिलता है।
तुलसी – ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे की जड़ से मिट्टी लेकर उसका तिलक लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को सभी कार्यों में सफलता मिलती है और भगवान विष्णु प्रसन्न होकर अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आज के दिन तुलसी को लाल चुनरी चढ़ाएं इससे दुर्भाग्य दूर होता है।Jyeshta Purnima Tree Puja
ज्येष्ठ पूर्णिमा के उपाय | Jyeshta Purnima 2023
- ज्येष्ठ पूर्णिमा पर बाल गोपाल का अभिषेक करें और नए वस्त्र अर्पित करें।
- फूलों से सजाएं। ॐ कृं कृष्णाय नम: मंत्र का जाप करें।
- मक्खन-मिठाई का भोग लगाएं।
- इससे संतान प्राप्ति की राह आसान हो जाती है।
- पूर्णिमा के दिन किसी गौशाला में हरी घास का दान करें।
- गायों की देखभाल के लिए धन दान करें।
- कोई मंदिर पूजा सामग्री दान करें।
- यह आपको नौकरी और व्यवसाय में प्रगति दिलाएगा।
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