Story Of Ramayana Jatayu : जटायु से जुड़ी 10 अनसुनी बातें, जो आपको हैरान कर दें
Story Of Ramayana Jatayu :रामायण में अक्सर राम लला की कहानिया सुनी होंगी होंगी दादी और नानी से आप भी जानते है की रामायण में पक्षियों की भूमिका बेहद खास रही थी जिसमे काक भुशुण्डी जो एक कौआ था तो वही श्री राम को नागपाश से मुक्त कराने वाले देव पक्षी गरुड़ और अरुण थे…साथ ही सम्पाती और जटायु भी रामायण में विशेष स्थान रखते है इन सबमे जटायु को रामायण (Ramayana Jatayu) में श्री राम के लिए शहीद होने वाला पहला सेनिक कहा गया है लेकिन आज हम आपको जटायु की उन 10 बातों के बारे में बताने जा रहे है जिसे सुनकर आपके पैरो तले जमीन खिसक सकती है
जटायु रामायण के एक प्रमुख पात्र हैं, जो रावण द्वारा सीता के अपहरण का प्रयास करने पर उन्हें बचाने की कोशिश करते हुए शहीद हो जाते हैं। जटायु को रामायण में एक महान योद्धा और परमभक्त के रूप में चित्रित किया गया है।
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1. जटायु एक गिद्ध थे
जटायु को अक्सर एक कौए के रूप में चित्रित किया जाता है, लेकिन वास्तव में वे एक गिद्ध थे। गिद्ध पक्षी परिवार के एक सदस्य होते हैं, जो मांसाहारी होते हैं। जटायु के विशाल पंख और शक्तिशाली चोंच उनके गिद्ध होने का प्रमाण हैं।
2. जटायु एक सिद्ध योगी थे।
जटायु एक सिद्ध योगी थे, जिन्होंने कई वर्षों तक तपस्या की थी। उनकी तपस्या के कारण उन्हें कई दिव्य शक्तियां प्राप्त हुई थीं। जटायु के पास आकाश में उड़ने, रावण के समान शक्तिशाली होने और भविष्य को देखने की शक्ति थी।
3. जटायु राम से परिचित थे।
जटायु राम से पहले से परिचित थे। जब राम वनवास पर थे, तो जटायु ने उन्हें कई बार देखा था। एक बार, जटायु ने राम को एक बाघ से बचाया था। जटायु ने राम को उनकी आने वाली पत्नी सीता के बारे में भी बताया था।
4. जटायु ने रावण को सीता का अपहरण करने से रोकने की कोशिश की।
जब रावण सीता का अपहरण करने के लिए आकाश मार्ग से लंका जा रहा था, तो जटायु ने उसे रोकने की कोशिश की। जटायु ने रावण से सीता को छोड़ने के लिए कहा, लेकिन रावण ने उनकी बात नहीं मानी। जटायु और रावण के बीच एक भयंकर युद्ध हुआ, जिसमें जटायु वीरगति को प्राप्त हुए।
5. जटायु ने राम को सीता के अपहरण के बारे में बताया।
जटायु की (Ramayana Jatayu) मृत्यु के बाद, उनकी पत्नी सम्पाती ने राम को जटायु की कहानी सुनाई। सम्पाती ने राम को बताया कि जटायु ने रावण से सीता का अपहरण करने से रोकने की कोशिश की थी, लेकिन वह हार गए और शहीद हो गए।
6. जटायु की मृत्यु से राम बहुत दुखी हुए।
जटायु की मृत्यु से राम बहुत दुखी हुए। उन्होंने जटायु के मृत शरीर को श्रद्धांजलि दी और उन्हें एक राजा के रूप में दफनाया। राम ने जटायु को अपने वीरता और साहस के लिए सम्मानित किया।
7. जटायु को देवता के रूप में पूजा जाता है।
जटायु को एक देवता के रूप में पूजा जाता है। उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। जटायु की पूजा करने से भक्तों को साहस, शक्ति और परमभक्ति की प्राप्ति होती है।
8. जटायु की कहानी कई फिल्मों और टीवी शो में दिखाई गई है।
जटायु की कहानी कई फिल्मों और टीवी शो में दिखाई गई है। इनमें से कुछ सबसे प्रसिद्ध फिल्में और टीवी शो हैं:
रामायण (1987)
लव कुश (2000)
राम (2008)
9. जटायु का जन्म स्थान मध्य प्रदेश के देवास जिले में माना जाता है।
जटायु का जन्म स्थान मध्य प्रदेश के देवास जिले में माना जाता है। यहां जटायु के मंदिर और आश्रम हैं। हर साल जटायु की जयंती पर यहां मेला लगता है।
10. जटायु का नाम कई जगहों पर रखा जाता है।
जटायु का नाम कई जगहों पर रखा जाता है। भारत में कई गांवों, गलियों और स्कूलों का नाम जटायु के नाम पर रखा गया है। जटायु एक महान योद्धा, परमभक्त और एक सिद्ध योगी थे। उनकी कहानी हमें साहस, शक्ति और परमभक्ति की शिक्षा देती है
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