Dwarka me Ghumne ki Jagah : द्वारका जाने से पहले जान ले जरूरी बाते
Dwarka me Ghumne ki Jagah : द्वारका की प्रसिद्ध चीज़ क्या है? जैसे ही आप भारत में किसी से यह सवाल पूछेंगे तो जवाब होगा द्वारकाधीश मंदिर। दरअसल, दनारका श्री कृष्ण की राजधानी थी और सदियों पहले भगवान कृष्ण के पृथ्वी छोड़ने के बाद यह शहर समुद्र में डूब गया था।
माना जाता है कि द्वारकाधीश मंदिर (Dwarkadhish Temple) का निर्माण मूल रूप से उनके पोते वज्रनाभ ने प्राचीन द्वारका में अपने निवास स्थान हरिगृह में करवाया था। यह हिंदू पौराणिक कथाओं में प्रसिद्ध चार धामों में से एक है और गोमती नदी के तट पर बना है। इसके अलावा यह शहर अरब सागर के पश्चिमी तट से भी सटा हुआ है। तो अगर ये सब बातें जानने के बाद आप भी यहां जाने के लिए उत्सुक हैं तो इन टिप्स की मदद से यहां जाने का ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
द्वारका जाने में कितना समय लगता है?
दिल्ली से Dwarka पहुंचने में आपको सिर्फ एक दिन लगेगा। तो, वहां घूमने के लिए 2 से 3 दिन भी काफी होंगे। ऐसे में कुल मिलाकर आप यहां आराम से घूम-घूमकर 4 से 5 दिन में वापस लौट सकेंगे। अगर आपके पास बहुत कम समय है तो भी आप यहां की यात्रा कर सिर्फ 4 दिनों में वापस लौट सकते हैं।
द्वारका कैसे पहुंचे
दिल्ली से द्वारका जाने के लिए आपको यह जानना होगा कि नई दिल्ली से यहां तक कोई सीधी कनेक्टिविटी नहीं है। इसका मतलब है कि नई दिल्ली से द्वारका पहुंचने का सबसे सस्ता तरीका अहमदाबाद जंक्शन तक ट्रेन है, फिर द्वारका तक बस है और इसमें 36 घंटे 45 मिनट लगते हैं। नई दिल्ली से द्वारका पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका राजकोट हवाई अड्डे तक उड़ान भरना है, फिर द्वारका के लिए टैक्सी से जाना है जिसमें 6 घंटे 44 मिनट लगते हैं।
आप 1 दिन में कहां घूम सकते हैं?
अगर आपके पास द्वारका जाने के लिए सिर्फ 1 दिन का समय है तो आप श्री द्वारकाधीश मंदिर और श्री कृष्ण मंदिर, तुला मंदिर, गोमती घाट, द्वारका जा सकते हैं। लेकिन अगर आप द्वारका से बाहर यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो इसमें अधिक समय लग सकता है।
समुद्र में डूबी हुई द्वारिका कैसे देखें?
इसे देखने के लिए आपको बेट द्वारका नामक स्थान पर जाना होगा जो समुद्र के किनारे है और मुख्य द्वारका शहर से 25 किमी दूर है। यहां यह मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे तक खुलता है। यहां लोगों को स्कूबा डाइविंग के जरिए समुद्र में ले जाया जाता है और प्राचीन द्वारका के अवशेष दिखाए जाते हैं।
द्वारका में घूमने की जगहें
- श्री द्वारकाधीश मंदिर
- भड़केश्वर महादेव मंदिर
- श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
- रुक्मिणी देवी मंदिर
- गोमती घाट द्वारका
- सुदामा सेतु पुल
- स्वामीनारायण मंदिर द्वारका
- द्वारका प्रकाशस्तंभ
- द्वारका बीच
- समुद्र नारायण मंदिर द्वारका
- डनी पॉइंट-बेट द्वारका
- गीता मंदिर
- गायत्री शक्तिपीठ
- श्री रुक्मिणीदेवी द्वारकाधीश धाम, इस्कॉन मंदिर। तो, एक बार योजना बनाकर द्वारका जाएँ
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