गुड न्यूज: अब सीनियर सिटीजन को नौकरी दिलाने के लिए खुलेगा रोजगार कार्यालय Employment office, जाने इस योजना के बारे में
samachartez news desk :- अब भारत सरकार और रोजगार कार्यालय (Employment office) वरिष्ठ नागरिकों को नौकरी साबित करने की खुशखबरी लेकर आए हैं। यह एक्सचेंज 1 अक्टूबर यानी इस शुक्रवार से शुरू होगा। इसके अलावा सरकार ने उनकी सुविधा के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की है।
वरिष्ठ नागरिक इस एक्सचेंज में अपना पंजीकरण कराकर अपने लिए रोजगार ढूंढ सकेंगे। इस प्रकार का अवसर देश में पहली बार रोजगार कार्यालय (Employment office) द्वारा खोला गया है। इसके लिए एक पोर्टल भी शुरू किया गया है।
हेल्पलाइन विवरण –
गौरतलब है कि सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘एल्डर लाइन’ नाम से एक राष्ट्रव्यापी टोल फ्री हेल्पलाइन 14567 शुरू की है। इस फोन लाइन पर, वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन, कानूनी मुद्दों, भावनात्मक समर्थन, उत्पीड़न के खिलाफ मदद, बेघर होने में मदद आदि जैसी सहायता मिलती है।
60 वर्ष से अधिक आयु के लोग जो नौकरी करना चाहते हैं, वे वरिष्ठ सक्षम नागरिकों के लिए डिग्निटी (पवित्र) में पुन: रोजगार employment पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं, जो सामाजिक न्याय मंत्रालय के नेतृत्व में खोला जा रहा है और 1 अक्टूबर से अधिकारिता (MoSJ&E)
यह एक कनेक्टेड प्लेटफॉर्म होगा, जिस पर हितधारक एक-दूसरे से वर्चुअली मुलाकात करेंगे और रोजगार के अवसरों के बारे में बात करेंगे। मंत्रालय ने सीआईआई, फिक्की और एसोचैम जैसे उद्योग मंडलों को भी पत्र लिखकर वरिष्ठ नागरिकों को रोजगार employment दिलाने में मदद करने को कहा है।
इस पोर्टल पर वरिष्ठ नागरिकों को अपनी शिक्षा, अनुभव, कौशल, रुचि आदि के बारे में जानकारी देनी होती है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह एक्सचेंज रोजगार employment की गारंटी नहीं दे रहा है। किसी वरिष्ठ की योग्यता को उसकी जरूरत को ध्यान में रखते हुए और उसे अपनी नौकरी में रखना कंपनियों और नियोक्ताओं की पसंद होगी।
यह प्रत्याशा दर ध्यान देने योग्य है कि औसत जीवन प्रत्याशा में वृद्धि के कारण, जीवन की आयु, देश में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में एक्सचेंज काफी कारगर साबित हो सकता है। अनुमानित प्रत्याशा से पता चला है कि वर्ष 2001 में 76 मिलियन की तुलना में वर्ष 2011 में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या बढ़कर 10.4 करोड़ हो गई है। देश में वरिष्ठ नागरिकों का अनुपात वर्ष 2050 तक 20 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है।